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एपिसोड
- S1 E1 - "एक वादा"सपोर्ट करने वाली डिवाइस पर देखें24 जनवरी 201841मिनटजॉश की तबियत बिगड़ने और उसकी मौत लगभग निश्चित होने पर डैनी की दुनिया उजड़ने की कगार पर पहुँच जाती है। जॉश की जान बस अंग प्रत्यारोपण से बच सकती है। डैनी खुद से एक खतरनाक वादा करके एक ऐसे रास्ते पर निकलता है जहाँ से वापसी संभव नहीं। कबीर एक भ्रष्ट पुलिस वाले और एक स्थानीय ड्रग तस्कर के बीच साँठ-गाँठ उजागर करता है पर ऐसा करके वह खुद को और अपनी यूनिट को सोशल मीडिया पर आलोचना का शिकार बना देता है।पहला एपिसोड फ़्री
- S1 E2 - "शिकार की तलाश"25 जनवरी 201838मिनटडैनी अंगदान की प्रक्रिया के बारे में पता लगाता है। संभावित अंगदाताओं का पता लगाने के बाद, डैनी अपने पहले शिकार, वर्मा पर नज़रें गड़ाता है और जॉश को ज़िंदगी के करीब लाने का एक अनूठा तरीका अपनाता है। कबीर अपनी ज़िंदगी की बुरी यादों को भूलना नहीं चाहता और वह और रिया तलाक की दहलीज़ तक आ जाते हैं।Prime में शामिल हों
- S1 E3 - "सुरक्षा"25 जनवरी 201840मिनटडैनी की हिम्मत बढ़ जाती है और वह अपना दूसरा शिकार चुनता है, एक जवान तकनीकी विशेषज्ञ राहुल। जब डैनी की सावधानी से बनाई योजना नाकाम होती है, तो वह एक खतरनाक और बर्बर कोशिश करता है। कबीर का मन उसे इस केस की जाँच करने को कहता है। कबीर और प्रकाश को यकीन है कि राहुल के साथ हुई दुर्घटना जैसी लग रही है, वैसी है नहीं।Prime में शामिल हों
- S1 E4 - "ऑडिशन"1 फ़रवरी 201841मिनटडैनी हत्या करने में और माहिर हो जाता है और अगली शिकार, एक उभरती कलाकार अनीता, को चुनकर उसे फँसाने के लिए साज़िश का एक जाल बुनता है। कबीर को अपने नए बॉस, एसीपी शंकर के विरोध का सामना करना पड़ता है। कबीर और प्रकाश एक महत्वपूर्ण सुराग खोजते हैं जो दो अंगदाताओं की अलग दिख रही मौत को जोड़ने का पहला सुराग बन जाता है। उन्हें एक चौंका देने वाला पैटर्न और हत्यारे की सूची में एक अप्रत्याशित शिकार मिलता है।Prime में शामिल हों
- S1 E5 - "गंदी मछली"1 फ़रवरी 201840मिनटजॉश के पास समय कम बचा है और डैनी रिया की ज़िंदगी में बेधड़क कदम रखता है। वह वर्मा को खत्म करने के लिए अपनी ज़िंदगी को भी खतरे में डाल देता है। कबीर निजी ज़िंदगी और पेशेवर ज़िंदगी की मुश्किलों से जूझता है जब उसके सामने ऐसी मुसीबत आती है जो अंगदाताओं की मौत से जुड़ी जाँच को खत्म कर सकती है। कबीर और प्रकाश एक नए संदिग्ध, राव पर नज़र टिकाते हैं और इससे केस में नए मोड़ आते हैं।Prime में शामिल हों
- S1 E6 - "आँख-मिचौली"8 फ़रवरी 201840मिनटएक ज़बरदस्त चूहे-बिल्ली की दौड़ शुरू होती है जब कबीर डैनी के घर आता है और डैनी पर शक गहरा होता है। शंकर को कबीर की इस छिपी हुई जाँच का पता चल जाता है और वह जाँच बंद करने के आदेश देता है जबकि कबीर इस पहेली के सिरे जोड़ रहा है। अपने अगले शिकार, नायर पर हमला करते वक्त डैनी अपने लिए एक बेहतरीन गवाह तैयार करता है।Prime में शामिल हों
- S1 E7 - "आँखों की सच्चाई"22 फ़रवरी 201838मिनटडैनी की सटीक योजना के चलते कबीर हत्या के इल्ज़ाम उस पर नहीं डाल पाता। बिना लक्ष्य से भटके और पूरी शिद्दत के साथ, डैनी अपने अगले शिकार की ओर बढ़ता है, जबकि कबीर का ध्यान राव पर लग जाता है और उसे एक महत्वपूर्ण सुराग मिलता है जो केस को सुलझा सकता है और राव को हत्यारा साबित कर सकता है। कबीर और डैनी के बीच आँख-मिचौली का खेल शुरू हो जाता है और डैनी जॉश को ज़िंदगी के एक कदम और करीब ले आता है।Prime में शामिल हों
- S1 E8 - "शरीर के अंग"22 फ़रवरी 201838मिनटजब ऐसा लगता है कि केस बंद हो गया और कबीर का ध्यान बंट गया, डैनी अपनी सबसे खतरनाक चाल चलता है - रिया पर सीधा हमला ताकि जॉश को आखिरकार वह अंग मिल जाए जिससे उसे एक सामान्य ज़िंदगी मिल जाएगी। जब ऐसा लगता है कि सब डैनी की साज़िश के मुताबिक हो रहा है, तो एक धमाकेदार और आश्चर्यजनक खुलासा होता है जो इस सीरीज़ का एक शानदार अंत है।Prime में शामिल हों
डिटेल्स
अधिक जानकारी
- कंटेंट एडवाइज़री
- हिंसा नशीले पदार्थ का उपयोग शराब का उपयोग अभद्र भाषा यौन कंटेंट
- ऑडियो की भाषाएं
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- निर्देशक
- मयंक शर्मा
- निर्माता
- विक्रम मल्होत्रा
- स्टूडियो
- Amazon Studios
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