कभी बेहद सफल फोटोग्राफर रहीं नंदिनी जोशी अब पागलपन के शिकार हो गई हैं। नंदिनी के पूर्व पति शिशिर के साथ रहने वाली उसकी बेटी नूपुर के साथ उसका रिश्ता कई वर्षों से खराब है। जब एक युवा ग्राफिक डिजाइनर विराज उसे मिलते हैं, तो वह स्थिति को सुधारने और नंदिनी को उसके जीवन में अर्थ की तलाशने में मदद करते है।