मुंबई सागा अमर्त्य राव की कहानी है, जो ग़रीब-मज़लूमों को सताने वाले ताक़तवर और दबंग लोगों से सीधे पंगा लेता है, जहां हो सके उनसे अपना हक़ छीनता है। ये अमर्त्य राव और सीनियर इंस्पेक्टर विजय सावरकर के बीच के लड़ाई की कहानी है। ये 90 के दशक की शुरुआत पर आधारित उम्मीदों, अरमानों, दोस्ती और दग़ाबाज़ी की कहानी भी है।