काली, अपनी पत्नी और बच्चों के साथ शांति जीवन जी रहा है और अपना गुजरा करने के लिए एक छोटी सी किराने की दुकान चलाता है, एक त्योहार की रात अचानक वो एक मुसीबत में फंस जाता है। पुरानी दोस्ती और दुश्मनी फिर से उभर आती है, और काली को जीवन और मृत्यु के संघर्ष में कूदना पड़ता है। यह कहानी बताती है कि कैसे उसने चतुराई से इस युद्ध को जीता, जिससे वह एक नायक और वीर योद्धा बन गया।