एक बार उत्तरी भारत में दो हत्यारे - देव (रणवीर सिंह) और टूटू (अली ज़फ़र) खुले घूमते थे। बचपन में माँ-बाप द्वारा त्यागे गए इन बच्चों को भैयाजी (गोविंदा) ने छत दी और उन्हें हत्या करना सिखाया। उनकी ज़िन्दगी में सबकुछ सामान्य चलता है जबतक क़िस्मत दिशा (परिनीति चोपड़ा) को उनकी ज़िन्दगी में नहीं ले आती। इसके बाद शुरू होता है खेल अवज्ञा, धोखा और प्यार का।